किच्छा/रुद्रपुर। पूर्व विधायक राजेश शुक्ला की रणनीतिक पकड़ और संगठनात्मक मजबूती का प्रभाव एक बार फिर देखने को मिला। शनिवार को घोषित सहकारिता चुनाव परिणामों में किच्छा और रुद्रपुर क्षेत्र की सभी किसान सेवा सहकारी समितियों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संपूर्ण संचालक मंडल निर्विरोध चुने गए। यह परिणाम क्षेत्र के किसानों में भारतीय जनता पार्टी के प्रति बढ़ते विश्वास का स्पष्ट संकेत माना जा रहा है।

चुनाव परिणाम इस प्रकार रहे:
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नारायणपुर किसान सेवा सहकारी समिति लिमिटेड: अध्यक्ष नरेंद्र ठुकराल, उपाध्यक्ष पुष्पा पाठक
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दक्षिणी किच्छा किसान सेवा सहकारी समिति लिमिटेड: अध्यक्ष मंजू रावत, उपाध्यक्ष हंसराज अरोरा
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पूर्वी किच्छा किसान सेवा सहकारी समिति लिमिटेड, बरा: अध्यक्ष अमरजीत कौर, उपाध्यक्ष हरीश कुमार
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शांतिपुरी किसान सेवा सहकारी समिति: अध्यक्ष मोहन सिंह रावत, उपाध्यक्ष राधिका देवी
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पूर्वी रुद्रपुर किसान सेवा सहकारी समिति बगवाड़ा: अध्यक्ष जसवीर सिंह, उपाध्यक्ष मनमोहन यादव
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फौजी मतकोटा किसान सेवा सहकारी समिति: अध्यक्ष ज्ञान सिंह चौहान, उपाध्यक्ष सुमन धामा
सभी पदाधिकारी निर्विरोध निर्वाचित हुए।
पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने सभी विजयी उम्मीदवारों को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत द्वारा सहकारिता क्षेत्र में किए गए ऐतिहासिक सुधारों का ही यह सकारात्मक परिणाम है। उन्होंने कहा कि सरकार की जनहितैषी योजनाओं से किसानों को सीधा लाभ मिला, जिसके चलते सभी समितियों में निर्विरोध चुनाव संपन्न होना एक बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा, नगर पालिका और पंचायत चुनावों के बाद अब सहकारिता चुनावों में भी भाजपा का परचम मजबूती से लहराया है। यह जीत किसानों के हित और विकास के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि करती है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि सहकारिता चुनाव में कांग्रेस कहीं दिखाई नहीं दी। किसान अब कांग्रेस के दुष्प्रचार और भ्रांतियों को अच्छी तरह समझ चुके हैं, और निर्विरोध चुनाव इससे बड़ा प्रमाण नहीं हो सकता।
उन्होंने क्षेत्र के सभी किसानों, कार्यकर्ताओं और समर्थकों को इस ऐतिहासिक विजय पर हार्दिक बधाई दी।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष मयंक तिवारी, संदीप अरोड़ा, मनमोहन सक्सेना, राजेश कोली, कृष्णा कान्हा तिवारी, राज गगनेजा, नारायण पाठक, नरेंद्र मणि त्रिपाठी, मधुलेश तिवारी, शशिकांत शर्मा, खेमकरण कश्यप, परविंदर सिंह, ग्राम प्रधान छत्रपाल कश्यप, नरेंद्र बागवानी, विजेंद्र यादव, गफ्फार खान, नरेंद्र गंगवार समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।





