देहरादून/पंतनगर। पूर्व विधायक एवं गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की प्रबंधन परिषद के सदस्य राजेश शुक्ला ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के समाधान को लेकर मुख्यमंत्री को एक विस्तृत पत्र सौंपा।

शुक्ला ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय की फार्म भूमि के लगभग 150 एकड़ क्षेत्र में विश्वविद्यालय के अधिकारियों, कर्मचारियों, श्रमिकों, ठेका श्रमिकों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए आवासीय कॉलोनी विकसित कर भूमि आवंटन किया जाए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विश्वविद्यालय की प्रबंधन परिषद पहले ही प्रस्ताव पारित कर चुकी है।
पूर्व विधायक ने कहा कि वर्ष 2002 में औद्योगिक पैकेज मिलने के बाद जब सिडकुल के लिए विश्वविद्यालय की भूमि अधिग्रहित की जा रही थी, तब कर्मचारियों ने अपने लिए भूमि की मांग की थी। उस समय परिषद ने इस पर सहमति भी दी थी, लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने यह भूमि एक बिल्डर को आवंटित कर दी थी, जिससे विश्वविद्यालय के कर्मचारी इस योजना से वंचित रह गए।

शुक्ला ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि अब इस प्रस्ताव को प्राथमिकता से लागू कर विश्वविद्यालय कर्मचारियों और श्रमिकों को स्थायी आवास की सुविधा प्रदान की जाए।

उन्होंने कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों से संबंधित कई अन्य मुद्दे भी उठाए, जिनमें प्रमुख हैं—
-
वर्ष 2003 से पूर्व कार्यरत दैनिक वेतनभोगी और कार्यप्रभारित श्रमिकों को न्यायालय के निर्णयानुसार स्थायी किया जाए।
-
विश्वविद्यालय में 10 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत ठेका कर्मियों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू की जाए।
-
सुरक्षा कर्मियों को अन्य कर्मचारियों की तरह शासकीय अवकाश का लाभ दिया जाए।
-
कोविड-19 काल में बजट की कमी के चलते कम किए गए कार्य दिवसों को पुनः 26 दिन किया जाए।
-
ठेका कर्मियों को उपनल कर्मियों के समान वेतन एवं सुविधाएं प्रदान की जाएं।
राजेश शुक्ला ने कहा कि विश्वविद्यालय में कार्यरत सभी श्रेणी के कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान मानवीय दृष्टिकोण से शीघ्र किया जाना चाहिए, ताकि वे सम्मानपूर्वक और निष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकें।





