मुख्य अतिथि राजनारायण ने एकाग्रता को सिविल सेवकों का सर्वप्रमुख गुण बताया। उन्होंने कहा कि समाज के जागरूक नागरिकों को प्रशासन को जनोपयोगी और भ्रष्टाचार निरोधक बनाने के लिए सवाल उठाते रहना चाहिए। समाज के सिविल सेवकों को समय-समय पर सम्मानित करते रहने की अपेक्षा भी की।