Sunday, December 21, 2025
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मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना: 3,848 लाभार्थियों को ₹33.22 करोड़ का लोन, ऑनलाइन वितरण संपन्न

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 3848 लाभार्थियों को कुल 33.22 करोड़ रुपये की धनराशि ऑनलाइन ट्रांसफर की। इस अवसर पर सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि उत्तराखंड का युवा केवल नौकरी खोजने वाला न बने, बल्कि नौकरी देने वाला बने।

MUKHYAMANTRI SWAROJGAR YOJANA

योजना के मुख्य लाभार्थी कोविड-19 के दौरान लौटे प्रवासी, युवा उद्यमी, कारीगर, हस्तशिल्पी और शिक्षित बेरोजगार हैं। योजना के तहत राज्य के स्थायी निवासियों को विनिर्माण, सेवा और व्यापार क्षेत्रों में लोन सुविधा प्रदान की जा रही है। विनिर्माण इकाइयों के लिए अधिकतम 25 लाख रुपये और सेवा एवं व्यापार इकाइयों के लिए 10 लाख रुपये की परियोजना लागत अनुमन्य है। इसके अतिरिक्त परियोजना लागत का 15 से 25 प्रतिशत तक मार्जिन मनी (सब्सिडी) लाभार्थियों को दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के प्रमुख आंकड़े:

  • लगभग 32,000 लाभार्थियों को योजना से जोड़ने का लक्ष्य।

  • अब तक 35,000 से अधिक लाभार्थियों को लाभ।

  • 1,389 करोड़ रुपये से अधिक का लोन वितरण।

  • लगभग 64,966 नए रोजगार सृजित।

सीएम धामी ने इसे छोटे व्यापारियों और आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रदेश के लिए गेम चेंजर योजना बताया। उन्होंने कहा कि योजना की सफलता को देखते हुए वर्ष 2025 से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 2.0 (MSY 2.0) शुरू की गई है, जिसमें मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और नैनो योजना का एकीकरण किया गया है। नई व्यवस्था में सब्सिडी की सीमा 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दी गई है, साथ ही भौगोलिक, सामाजिक और उत्पाद बूस्टर के तहत अतिरिक्त 5 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान किया गया है।

सीएम ने बताया कि लाभार्थियों को सब्सिडी सीधे उनके बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर की गई है, जो सरकार की पारदर्शी, टेक्नोलॉजी-आधारित और भ्रष्टाचार-मुक्त कार्यप्रणाली का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह योजना केवल आर्थिक रूप से ही नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से भी उत्तराखंड को सशक्त बनाएगी।

इस दौरान लाभार्थियों ने योजना के सकारात्मक प्रभाव साझा किए। लोहाघाट के कमल सिंह पार्थोली ने स्मार्ट लाइब्रेरी के लिए 10 लाख रुपये का लोन लिया, जिसमें वर्तमान में 130 बच्चे पढ़ रहे हैं और अब वे ई-लाइब्रेरी भी स्थापित करेंगे। उधमसिंह नगर के प्रदीप अग्रवाल ने गाड़ी सर्विस के लिए 10 लाख रुपये का लोन लिया। उत्तरकाशी के जसपाल ने फिटनेस क्लब के विस्तार के लिए 10 लाख रुपये का लोन लिया। पौड़ी गढ़वाल के अयान मंसूरी ने रजाई और गद्दा निर्माण के लिए 10 लाख रुपये का लोन लिया, जिससे कई लोगों को रोजगार मिला। बागेश्वर की चंपा देवी ने मोबाइल सेल एंड सर्विस के लिए सात लाख रुपये का लोन लेकर अपनी आजीविका सुदृढ़ की।

इस योजना से युवाओं और कारीगरों को स्वरोजगार के अवसर मिल रहे हैं और राज्य में आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूती आ रही है।

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