रुद्रपुर के बगवाड़ा भट्टा क्षेत्र में ट्रक चालक की पिटाई कर रहे लोगों को रोकना एक ग्रामीण और उसके बेटे को भारी पड़ गया। आरोपियों ने न सिर्फ ग्रामीण के सिर पर डंडा मारा, बल्कि उसके बेटे पर पिस्टल से फायर भी कर दिया। गनीमत रही कि युवक बाल-बाल बच गया। गोली चलाने वाला आरोपी खुद को आबकारी विभाग का सिपाही बताकर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
पीड़ित रामानंद निवासी बगवाड़ा भट्टा ने कोतवाली में तहरीर देते हुए बताया कि 4 अगस्त की रात बगवाड़ा भट्टा रोड पर स्थित शिव मंदिर के पास जसपाल सिंह, जसवीर सिंह उर्फ जस्सी (निवासी महाराजपुर लालपुर) और उनका साथी बलजीत सिंह एक ट्रक चालक के साथ गाली-गलौज और मारपीट कर रहे थे। जसपाल सिंह ने ट्रक के ड्राइवर साइड का शीशा तोड़ दिया और चालक को जबरदस्ती बाहर निकालने की कोशिश करने लगा।
स्थिति बिगड़ती देख आसपास के ग्रामीणों ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराने की कोशिश की, लेकिन आरोपी और भड़क गए। जसवीर सिंह और बलजीत सिंह ने रामानंद पर डंडे से वार कर दिया और उन्हें सड़क पर धक्का देकर गिरा दिया। जब उनका बेटा शेखर पाखी उन्हें उठाने आया, तो बलजीत सिंह ने उस पर पिस्टल तान दी। शेखर हाथ जोड़कर मामला शांत करने की कोशिश कर रहा था, तभी बलजीत ने जान से मारने की नीयत से उस पर गोली चला दी। सौभाग्य से गोली उसे नहीं लगी। फायरिंग के बाद आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गया।
ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए जसवीर सिंह और जसपाल सिंह को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। रामानंद ने बताया कि उनके बेटे का काम के सिलसिले में देर से आना-जाना होता है, जिससे उन्हें और उनके बेटे को जान का खतरा बना हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बलजीत सिंह और जसवीर सिंह अक्सर डंडे और पिस्टल के साथ लालपुर और बगवाड़ा इलाके में अवैध वसूली करते हैं। बलजीत खुद को आबकारी विभाग का कर्मचारी बताकर लोगों पर धौंस जमाता है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।