उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार सुबह अपने शासकीय आवास पर उच्चस्तरीय बैठक के दौरान प्रदेश में हो रही भारी बारिश को देखते हुए सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों पर विशेष नजर
मुख्यमंत्री धामी ने निर्देश दिया कि नदियों के जलस्तर की निरंतर मॉनिटरिंग की जाए और जिन क्षेत्रों में भूस्खलन या बाढ़ की आशंका है, वहां रहने वाले लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए। आपदा प्रबंधन की तैयारियों को और अधिक मजबूत करने पर भी बल दिया गया।
अस्पतालों और स्कूलों का औचक निरीक्षण अनिवार्य
सीएम धामी ने सभी जिलाधिकारियों को जिला अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी का औचक निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि स्वास्थ्य सेवाएं समय पर और सुचारू रूप से उपलब्ध हों। साथ ही स्कूलों की स्थिति का भी जायजा लेने और उनकी सुरक्षा को लेकर समुचित इंतज़ाम करने को कहा गया।
बरसात के बाद सड़कों और सुविधाओं की शीघ्र मरम्मत
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि बरसात समाप्त होते ही अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त सड़कें, पेयजल लाइनें और बिजली की आपूर्ति को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को ग्राम और तहसील स्तर पर रात्रि प्रवास शुरू करने और जन समस्याओं को मौके पर सुनने और सुलझाने के निर्देश दिए।
ऑपरेशन कालनेमि और अतिक्रमण के खिलाफ अभियान तेज़
मुख्यमंत्री धामी ने ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के अंतर्गत भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ कार्रवाई तेज करने को कहा। साथ ही अतिक्रमण के खिलाफ अभियान को और सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए।
सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा अनिवार्य
बैठक में मुख्यमंत्री ने 1905 सीएम हेल्पलाइन की निरंतर समीक्षा करने और प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।