रुद्रपुर। शहर के मुख्य इंदिरा गांधी चौक पर त्रिशूल स्थापना को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। कांग्रेस ने चौक का नाम बदले जाने की आशंका जताते हुए जोरदार विरोध दर्ज कराया और नगर निगम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मांग की कि चौक का नाम पूर्व की तरह ‘इंदिरा गांधी चौक’ ही बना रहे।
धरने की अगुवाई कांग्रेस नेता मोहन खेड़ा ने की
सोमवार को कांग्रेस नेता मोहन खेड़ा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उप नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया। उनका कहना था कि नैनीताल-दिल्ली रोड पर स्थित इस चौक का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के सम्मान में कई दशक पहले रखा गया था। यह चौक महिला सशक्तिकरण और देशभक्ति का प्रतीक रहा है।
खुद के खर्च पर लगवाई गई थी प्रतिमा
खेड़ा ने बताया कि इंदिरा गांधी की प्रतिमा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अपने खर्चे पर लगवाई थी, इस पर कोई सरकारी बजट नहीं लगा। एनएच चौड़ीकरण के चलते प्रतिमा को हटाकर गांधी पार्क में स्थापित किया गया था और उस समय एनएचएआई अधिकारियों से सहमति बनी थी कि चौक का नाम नहीं बदला जाएगा।
त्रिशूल से नहीं, नाम परिवर्तन से आपत्ति
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने साफ किया कि उन्हें त्रिशूल स्थापना से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन यदि इसके बहाने चौक का नाम बदला गया तो इसका तीखा विरोध होगा। उन्होंने पूर्व की भांति इंदिरा गांधी की प्रतिमा पुनः लगाने की भी मांग की।
उप नगर आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
धरना के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उप नगर आयुक्त शिप्रा जोशी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। उन्होंने मांग की कि चौक का नाम नहीं बदला जाए और जनता की भावना का सम्मान किया जाए।
धरने में ये नेता रहे मौजूद
धरने में वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश बावरा, पार्षद परवेज कुरैशी, साजिद खां, मनोज कुमार सिंह, अजीज खां, प्रदीप यादव, हसमत खां, सुरेंद्र सिंह सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए।