वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ/गायत्री परिवार की समर्पित कार्यकर्त्री और आओ गढ़ें संस्कारवान पीढ़ी की उ०प्र० की समन्वयक डॉक्टर संगीता सारस्वत ने गर्भ में ही बच्चों में संस्कार को वैज्ञानिक तरीके से समझाया। अपने अत्यधिक विचारोत्तेजक, प्रभावशाली और प्रेरणाप्रद व्याख्यान में सरल-रोचक शैली में गायत्री परिजनों को उन्होंने समझाया-अभिमन्यु की तरह ही आज के शिशु भ्रूण भी मां के गर्भ में ही संस्कार ग्रहण करने की क्षमता रखते हैं