ई-रिक्शा के अव्यवस्थित संचालन और लगातार बढ़ते ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए शहर की यातायात पुलिस ने बीते महीने एक बड़ा सत्यापन अभियान चलाया था। अब नियमों को सख्ती से लागू करते हुए निर्णय लिया गया है कि कोई भी ई-रिक्शा चालक सत्यापन कार्ड पहने बिना वाहन नहीं चला सकेगा।
यूपी की ई-रिक्शाओं पर भी कसा शिकंजा
शहर में स्थानीय ई-रिक्शाओं के साथ-साथ उत्तर प्रदेश से आने वाले ई-रिक्शा चालकों के कारण हर मार्ग पर जाम की स्थिति बनी रहती थी। क्षेत्रवासियों ने कई बार इस समस्या को लेकर शिकायतें की थीं। इसके बाद यातायात पुलिस और सीपीयू ने संयुक्त रूप से चेकिंग अभियान चलाया, जिससे अधिकांश बाहरी ई-रिक्शा चालकों ने शहर में प्रवेश बंद कर दिया।
1200 से ज्यादा वाहनों का हो चुका सत्यापन
यातायात प्रभारी जितेंद्र पाठक ने बताया कि बीते महीने दो हफ्तों तक चले अभियान में 1200 से अधिक ई-रिक्शा और सीएनजी टेंपो चालकों का सत्यापन किया गया। इनके सत्यापन कार्ड अब तैयार हो रहे हैं और जल्द ही चालकों को वितरित किए जाएंगे।
बिना सत्यापन कार्ड पकड़े जाने पर सीज होगा वाहन
उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्ड वितरण के बाद दोबारा चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। यदि कोई ई-रिक्शा चालक बिना सत्यापन कार्ड के पकड़ा जाता है, तो उसका वाहन सीज कर दिया जाएगा।
सख्ती से सुधर रहा सिस्टम
पुलिस और सीपीयू की सख्ती के चलते शहर में यूपी से आने वाले ई-रिक्शाओं की आवाजाही पहले ही काफी हद तक रुक चुकी है। अब सत्यापन कार्ड व्यवस्था लागू होने के बाद शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को और बेहतर बनाने की उम्मीद जताई जा रही है।